दुष्कर्म कांड में फंसे अपने विधायक पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) कार्रवाई करने के मूड में नहीं है। ऐसा संकेत सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की गैर-मौजूदगी में पार्टी का कामकाज देख रहे उनके पुत्र व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने दिया है।
विदित हो कि बीते 18 जुलाई को पटना में संचालित देह व्यापार गिरोह (Flesh Trade Racket) के चंगुल से भागी भोजपुर की एक नाबालिग लड़की ने पुलिस को बताया था कि उसे पटना में एक इंजीनियर (Engineer) और एक विधायक (MLA) के आवास पर भेजा जाता था। पीडि़त लड़की ने आरा कोर्ट (Ara Court) में दर्ज अपने पहले बयान में विधायक का नाम नहीं लिया, लेकिन दूसरे बयान में स्पष्ट कहा कि पटना स्थित विधायक के आवास पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। इसके बाद विधायक अरूण यादव (MLA Arun Yadav) पर पुलिस का शिकंजा कस गया है। वे फरार हैं।
तेजस्वी बोले: अाने दीजिए कोर्ट का फैसला
इस बाबत मीडिया के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि मामला कोर्ट में है, अगर विधायक गलत साबित होंगे तो कार्रवाई होगी। तेजस्वी ने विधायक का बचाव करते हुए कहा कि चर्चाएं तो होती ही रहती हैं, हमें कोर्ट बनने की जरूरत नहीं है।
विधानसभा चुनाव तक टल गई कार्रवाई!
तेजस्वी की बातों पर गौर करें तो स्पष्ट है कि आरजेडी दुष्कर्म के आरोपित विधायक के खिलाफ कोर्ट के फैसले तक कार्रवाई करने के मूड में नहीं है। कोर्ट की प्रक्रिया लंबी चलनी है, इसलिए माना जाना चाहिए कि पार्टी के स्तर पर कोई कार्रवाई अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद ही होगी।
ऐसे ही मामले में राजबल्लभ पर हुई थी कार्रवाई
विदित हो कि इसके पहले भी नवादा के तत्कालीन आरजेडी विधायक राजबल्लभ यादव (Raj Vallabh Yadav) के खिलाफ एक नाबालिग लड़की ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। तब पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। बाद में राजबल्लभ यादव को इस ममले में दोषी पाया गया। फिलहाल वे जेल में हैं। लेकिन विधायक अरुण यादव के मामले में पार्टी तत्काल कार्रवाई के मूड में नहीं है।