सुप्रीम कोर्ट में 18 अक्टूबर तक जिरह पूरी करने का स्वागत
अयोध्या : सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि पर 18 अक्टूबर तक जिरह पूरी कर लेने की बात पर साधु-संतों व मुस्लिम पक्षकार ने स्वागत किया है। अब सबको उम्मीद है कि यह मामला जल्द ही निपट जाएगा। साधु-संताें का कहना है कि यहां जल्द ही भव्य मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ होना चाहिए। रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट के पुन: मध्यस्थता की पहल पर प्रमुख पक्षकार निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेन्द्र दास ने कहा कि मध्यस्थ पैनल के काम पहले से चल रहा था। ये एक अच्छी पहल थी, लेकिन मध्यस्थता पैनल को सुलह समझौते में सफलता नहीं मिली। अब सबकी इच्छा यही है कि इस पर जल्द निर्णय आए और भव्य मंदिर निर्माण का जल्द रास्ता साफ हो जाय। उन्होंने कहा कि सुनवाई लगभग पूरी हो चुकी है, वहां से फिर पैनल पर आएं अच्छी बात नहीं है। सुप्रीम कोर्ट का ही निर्णय मान्य होगा। उन्होंने कहा कि जो हो रहा है, स्वागत है।
सुप्रीम कोर्ट के दोबारा मध्यस्था के सवाल व 18 अक्टूबर तक सभी पक्षकारों के वकीलों से जिरह पूरी करने के मामले पर हिंदू पक्षकार हनुमानगढ़ी नाका के महंत रामदास ने कहा कि 18 अक्टूबर तक राम मंदिर बाबरी मस्जिद मामले के जिरह पूरी होने का स्वागत है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अगर दोबारा मध्यस्था की बात कर रहा है, तो अच्छी बात है हर संवैधानिक फैसला मुझे मंजूर है। जो फैसला दे सुप्रीम कोर्ट ही दे। उन्होंने कहा कि मामले की नियमित सुनवाई चल रही है और सुप्रीम कोर्ट को इस मामले पर जल्द फैसला दे देना चाहिए यही राष्ट्र हित में है और यही समाज हित में है। रामजन्म भूमि आंदोलन से जुड़े रहे भाजपा के फायरब्रांड नेता पूर्व सांसद विनय कटियार का ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो भी किया है। वह बहुत अच्छा कदम है। वे नवम्बर तक जजमेंट सुना दें। हम पूरा स्वागत करेंगे और सम्मान करेंगे।