प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के चार साल पूरे होने के बाद से लोगों से संवाद करने के कार्यक्रम में बढ़ोतरी की है. इसी कड़ी में उन्होंने गुरुवार को देशभर में सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी महिलाओं से बात की. नमो ऐप के जरिए इन महिलाओं से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की जब हम बात करते हैं तो सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता होती है, महिलाओं को स्वयं की शक्तियों को, अपनी योग्यता को, अपने हुनर को पहचानने का अवसर उपलब्ध कराना.
उन्होंने कहा कि आज आप किसी भी सेक्टर को देखें, तो आपको वहां पर महिलाएं बड़ी संख्या में काम करती हुए दिखेंगी. देश के एग्रीकल्चर सेक्टर, डेयरी सेक्टर की तो महिलाओं के योगदान के बिना कल्पना ही नहीं की जा सकती. हमारे देश के ग्रामीण इलाकों में, छोटे उद्यमियों के लिए, श्रमिकों के लिए, सेल्फ हेल्प groups बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
PM बोले कि ये सेल्फ हेल्प ग्रुप एक तरह से गरीबों, खासकर महिलाओं की आर्थिक उन्नति का आधार बने हैं. ये ग्रुप महिलाओं को जागरूक कर रहे हैं, उन्हें आर्थिक और सामाजिक तौर पर मजबूत भी बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस योजना को सभी राज्यों में शुरु किया जा चुका है, मैं सभी राज्यों और वहां के अधिकारियों का भी अभिनन्दन करना चाहूंगा जिन्होंने इस योजना को लाखों-करोड़ों महिलाओं तक पहुँचा कर उनके जीवन में सुधार लाने का काम किया है.
मोदी ने इस दौरान कहा कि वहां सेल्फ हेल्प groups के ढाई लाख से अधिक सदस्य प्रशिक्षण प्राप्त कर धान की बेहतर तरीके से खेती कर रहे हैं. इसी तरह लगभग 2 लाख सदस्य नए तरीक़ों से सब्जी की खेती कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम के साथ देश की करीब 1 करोड़ महिलाएं जुड़ीं.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले भी नमो ऐप के जरिए उज्जवला योजना, मुद्रा योजना, स्किल इंडिया समेत कई अन्य योजनाओं के लाभार्थियों से बात कर चुके हैं. सरकार के चार साल पूरे होने के बाद से प्रधानमंत्री सीधे तौर पर कई लोगों से संवाद कर रहे हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान भी पीएम मोदी ने वहां के कार्यकर्ताओं से नमो ऐप के जरिए ही बात की थी.
आपको बता दें कि अभी तक ये ऐप 1 करोड़ से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया हुआ है. जब-जब पीएम मोदी ऐप के जरिये पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करते है उस दिन लगभग 2 लाख से 2.5 लाख लोग ऐप को डाउनलोड करते हैं. BJP आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के अनुसार, पिछले तीन महीने में 20 लाख से ज़्यादा लोगों ऐप डाउनलोड किया हैं.
मोदी 2012 और 2014 में 3डी स्क्रीन के जरिये एक साथ सौ से ज्यादा जगहों पर चुनाव प्रचार करते थे. 2019 का चुनाव आने से पहले पीएम मोदी ने ऐप के ज़रिये कर्नाटक में प्रचार की इस टेक्नोलॉजी से नई लाइन खींच दी हैं.