हमीरपुर : लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से मंगलवार को यहां यमुना नदी हमीरपुर जिला मुख्यालय के कई मुहल्लों के अंदर बाढ़ का पानी घुस जाने से सैकड़ों मकान घिर गये हैं जबकि दर्जनों मकान भी बाढ़ के पानी से ढहने के कगार पर आ गये हैं। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के आधा दर्जन से अधिक मकानों में बाढ़ का पानी घुस जाने से दीवारें दरक गईं हैं। स्वास्थ्य विभाग का औषधि भंडार केन्द्र (सीएमएसडी) व विकास भवन बाढ़ केे पानी से घिर गया है। यमुना के साथ बेतवा नदी का जलस्तर तेजी से बढऩे से कई गांवों से लोग पलायन कर रहे है। मौदहा बांध निर्माण खण्ड के अधिशाषी अभियंता एके निरंजन ने बताया कि यमुना नदी में 10.70 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है वहीं बेतवा नदी में भी 3.70 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है।
बेतवा और यमुना नदियों से चारों ओर से घिरे हमीरपुर जिला मुख्यालय में बाढ़ का कहर लगातार बरप रहा है। मंगलवार को यमुना नदी की उफान से कजियाना मुहाल स्थित हाथी दरवाजा के पास पचास से अधिक मकान पानी से जलमग्न हो गये है वहीं कई मकान भी ढह गये है। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत बने कई गरीबों के मकान भी यमुना नदी की बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गये हैं जबकि कई घरों के अंदर घुस जाने से लोगों ने ऊंचाई वाले स्थान पर डेरा जमाया है। पुराना जमुना घाट में भी तमाम पक्के मकानों के अंदर पानी घुस गया है। यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ते हुये रोड तक आ गया है जिससे लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। हमीरपुर शहर के कालपी चौराहा के पास गौरादेवी नयी बस्ती के अंदर भी बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे दर्जनों मकान इसकी चपेट में आ गये हैं।