फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और यूनाइटेड किंगडम ने इजरायल की निंदा की है. बीते दिनों इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि गाजा पर हमला करने के लिए योजनाएं तैयार हैं. उचित समय पर वे फैसला करेंगे. नेतन्याहू के इस बयान को पांच देशों ने अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन बताया है.
फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और यूके वेस्ट बैंक खासकर जॉर्डन घाटी और मृत सागर के इलाकों में इजरायल के संभावित हमलों को लेकर चिंतित हैं. इन देशों का कहना है कि ऐसा होता है तो यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का गंभीर उल्लंघन होगा.
फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन और यूके किसी भी हमले से रोकने के लिए अलग अलग स्तर पर वार्ता कर रहे हैं. इन देशों का मानना है कि किसी भी प्रकार का हमला 1967 की तर्ज पर आधारित दो-राज्य समाधान के सिद्धांत को प्रभावित करेगा और इस मुद्दे को मुश्किल बना देगा. इन देशों ने कहा है कि गाजा से इजरायल पर हाल के हमलों की वे कड़ी निंदा करते हैं.