दुनियाभर के तीन लाख यात्रियों को भुगतना पड़ रहा खामियाजा
नई दिल्ली : बीते सोमवार से वेतन संबंधी समस्याओं के लेकर ब्रिटिश एयरवेज के चार हजार से अधिक पायलटों की हड़लात का असर अब दुनियाभर के एयरलाइन्स पर देखने को मिल रहा है। जिसका खामियाजा यत्रियों पर भुगतना पड़ा रहा है। करीब तीन लाख यात्रियों को अब अपने गंतव्य स्थल तक जाने के लिए अन्य विमानन कंपनियां का सहारा लेना पड़ा रहा है। ऐसे में मौके का फायदा उठाते हुए इन कंपनियों ने कियाए में 1000 से 2000 गुना की वृद्धि कर दी है। किराए में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी लंदन से टोक्यो, लंदन से जोहान्सबर्ग समेत कई अन्य देश की उड़ान रूटों पर की गई है। वहीं, यात्रियों को 90 मिनट की उड़ान के लिए 75 हजार रुपये और आठ घंटे की उड़ान के लिए 22 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है।
ब्रिटिश एयरवेज से कई दौर की बातचीत के बाद भी जब वेतन का मामला नहीं सुलझने पर पायलट सोमवार-मंगलवार को हड़ताल पर हैं। हालांकि ब्रिटिश एयरवेज ने बयान जारी कर कहा कि वेतन विवाद सुलझाने की महीनों की कोशिशों के बाद भी यह स्थिति बनी है, जिसके लिए उन्हें खेद है। एयरलाइंस ने यह भी है कि उन्हें पायलट एसोसिएशन की ओर से विस्तृत जानकारी नहीं मिली है कि कितने पायलट हड़ताल पर हैं और कितने काम पर लौटेंगे, इसलिए सभी उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं। वहीं एयर लाइंस ने यह भी कहा कि वह ब्रिटिश एयर लाइन पायलट एसोसिएशन से बातचीत करना चाहती है। ब्रिटिश एयरवेज का कहना है कि वह अपने फ्लाइट कैप्टन को सालाना दो लाख पाउंड देगी, जो विश्वस्तरीय है। कंपनी ने कहा कि दो यूनियन्स में एयरवेज के 90 प्रतिशत कर्मचारी हैं, जो 11.5 प्रतिशत वेतनवृद्धि स्वीकार करने को तैयार हैं, फिर भी हड़ताल हो रही है। पायलट आज (मंगलवार) हड़ताल पर रहने के बाद 27 सितम्बर को भी हड़ताल करेंगे।