ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की हर हाल में 31 अक्टूबर को यूरोपीय यूनियन से बाहर आने की मंशा से आशंकित विपक्ष उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के विकल्प पर विचार कर रहा है। संसद के दोनों सदनों ने बिना शर्त ब्रेक्जिट (अलगाव) पर रोक का प्रस्ताव पारित कर दिया है। संभावना है कि सोमवार को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय पारित प्रस्ताव पर दस्तखत कर देंगी और वह कानून का रूप ले लेगा।
बोरिस जॉनसन ने कहा है कि वह कानून को सिद्धांत रूप में मानेंगे। इससे स्पष्ट है कि बिना शर्त ब्रेक्जिट के लिए उन्होंने कोई विशेष प्रावधान तलाश रखा है। प्रधानमंत्री जॉनसन का जो रुख है उससे स्पष्ट है कि वह ब्रेक्जिट के लिए यूरोपीय यूनियन से समझौते का प्रस्ताव लेकर संसद में नहीं जा रहे। इसलिए अब बिना शर्त ब्रेक्जिट का रास्ता बचता है जिस पर आगे बढ़ने की घोषणा वह लगातार कर रहे हैं। जॉनसन बिना शर्त ब्रेक्जिट रोकने के लिए बनने वाले कानून का जिक्र भी नहीं कर रहे। इससे भड़के विपक्ष ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।