मध्य प्रदेश ही नहीं राजस्थान कांग्रेस संगठन में भी खींचतान मची है. सरकार के साथ संगठन में भी पद लेने वालों के खिलाफ आवाज उठने लगी है. करीब एक दर्जन मंत्री हैं, जो राष्ट्रीय स्तर से लेकर राज्य संगठन में भी काबिज हैं. राजस्व मंत्री बनने के बाद कांग्रेस महासचिव का पद छोड़ने वाले हरीश चौधरी ने अब पार्टी में ‘एक व्यक्ति-एक पद’ का हवाला देते हुए मंत्रियों को संगठन के पद से हटाने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय से भी मुलाकात की. तर्क दिया गया कि मंत्रियों के संगठन के पदों को छोड़ने से नए चेहरों को मौका मिलेगा. उधर संगठन के पदों पर भी काबिज कई मंत्रियों का कहना है कि आलाकमान जब तक नहीं कहेगा तब तक वे पद नहीं छोड़ेंगे.
अशोक गहलोत सरकार में सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री हैं. उनके पास प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी है. सूत्र बताते हैं कि सूबे में गहलोत और सचिन पायलट के गुटों के बीच सरकार बनने के बाद से ही चल रही है. ऐसे में अब विरोधी धड़ा एक व्यक्ति-पद सिद्धांत की मांग उठाकर सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की कोशिश में है.