डेयरी से अगर आप पनीर या घी खरीदकर रोजाना इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह खबर आपके होश उड़ा देगी। पुलिस ने पटेलनगर के भुड्डी गांव में नकली घी और पनीर बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। सहारनपुर से कच्चा माल लाकर यहां बड़े पैमाने पर नकली घी और पनीर बनाया जा रहा था।
फैक्ट्री संचालक की शहर के पॉश इलाके रेसकोर्स में खुद की डेयरी है। यहां वह फैक्ट्री में तैयार घी, पनीर की बिक्री तो करता ही था, साथ ही शहर की तमाम डेयरियों को सप्लाई भी करता था। पुलिस ने फैक्ट्री से दो क्विंटल नकली घी और एक क्विंटल नकली पनीर बरामद किया है। फैक्ट्री मालिक समेत पांच को गिरफ्तार कर पूछताछ पुलिस पूछताछ कर रही है। सभी के खिलाफ पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है।
शहर के बेहद पॉश इलाकों में शुमार रेसकोर्स से पुलिस को कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि यहां स्थित दून डेयरी से बेचे जा रहे पनीर और घी में मिलावट की जा रही है। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने एसपी सिटी श्वेता चौबे की अगुवाई में टीम का गठन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर प्रकरण में कार्रवाई का निर्देश दिया।
एसपी सिटी ने रेसकोर्स स्थित दून डेयरी के संचालक फरमान पुत्र फुरकान निवासी 88-ए, रेसकोर्स को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि उसकी पटेलनगर थाना क्षेत्र के भुड्डी गांव में मस्जिद वाली गली में उसकी फैक्ट्री है। पुलिस ने जब वहां छापा मारा तो आंखें फटी रह गई। फैक्ट्री में कई तरह के केमिकल और पाउडर बरामद हुए, जिससे नकली घी और पनीर बनाया जा रहा था। यहां नकली पनीर और घी को ड्रमों में भरकर रखा गया था।
पूछताछ में पता चला कि इसकी सप्लाई एक-दो में होने वाली थी। पुलिस ने मौके से फरमान के साथ फैक्ट्री में काम कर रहे रोहित पुत्र मुनेश निवासी गंदा आसपुर जट थाना नागल सहारनपुर, संदीप पुत्र जयपाल व सुशील पुत्र स्वराज निवासी रामपुर मनिहारान, थाना रामपुर जिला सहारनपुर तथा एलन पुत्र अमरदीप निवासी देवली थाना देहात कोतवाली जिला सहारनपुर को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कच्चे माल के साथ नकली घी और पनीर का अलग-अलग सैंपल तैयार किया, जिसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। टीम में इंस्पेक्टर पटेलनगर सूर्य भूषण नेगी, चौकी इंचार्ज नयागांव जगत सिंह, एसआई मुकेश भट्ट, कांस्टेबिल चेतन सिंह व कुलदीप के अलावा खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी अमिताभ जोशी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी तहसील विकासनगर योगेंद्र पाडे, खाद्य सुरक्षा अधिकारी ग्रामीण रमेश सिंह एवं नगर निगम के खाद्य सुरक्षा अधिकारी भी शामिल रहे।
जानवरों की चर्बी के प्रयोग का शक
पुलिस को संदेह है कि नकली घी का निर्माण करने में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जा रहा था। हालांकि इसकी पुष्टि प्रयोगशाला की रिपोर्ट आने के बाद ही होगी, लेकिन जिस समय पुलिस फैक्ट्री के भीतर घुसी, उस समय वहां से जो दुर्गध उठ रही थी, वह बर्दाश्त से बाहर थी। जानवरों की चर्बी मिलाने की बात रत्ती भर भी सही है तो इस फैक्ट्री के तार जानवरों के कत्लखानों से भी जुड़ सकते हैं। ऐसे लगी फैक्ट्री की भनक रेसकोर्स और आसपास के जो लोग दून डेयरी से पनीर और घी खरीद कर ले जाते थे, वह उसकी गुणवत्ता को लेकर हमेशा से सशंकित रहते थे। मगर तब उन्हें बताया जाता कि यह असली है, लेकिन जब कुछ की इसे खाने के बाद तबीयत बिगड़ने लगी या फिर पनीर को कुछ घंटे रखने के बाद उसमें से दुर्गध उठने लगती तो उन्हें लगने लगता कि कुछ तो गड़बड़ है।