भारत ने अपने बेहतरीन ऑलराउंड खेल से रविवार को ब्रिस्टल में खेले गए तीन मैचों की टी-20 सीरीज के आखिरी और निर्णायक मुकाबले में मेजबान इंग्लैंड को 7 विकेट से मात देकर टी-20 इंटरनेशनल में लगातार छठी सीरीज पर कब्जा किया है.
भारत की इस जीत के लिए ओपनिंग बल्लेबाज रोहित शर्मा को उनकी नाबाद 100 रन की पारी के लिए भले ही ‘मैन ऑफ द मैच’ का अवॉर्ड दिया गया हो. लेकिन एक समय नाजुक हालात में हार्दिक पंड्या द्वारा 4 ओवर की गेंदबाजी में 38 रन देकर 4 विकेट लेना इस मैच और सीरीज के नतीजे के लिहाज से निर्णायक साबित हुआ.
यहां से पलटा पंड्या ने खेल
दरअसल, एक समय मैच में इंग्लैंड की टीम बेहद मजबूत नजर आ रही थी और उन्होंने दस ओवर तक दो विकेट पर 112 रन बना लिए थे और ऐसा लग रहा था कि मेजबान टीम 225 से 230 रनों का लक्ष्य खड़ा कर देगी.
लेकिन 14वें ओवर में हार्दिक पंड्या ने बाजी पलट दी. 14वें ओवर में पंड्या ने इंग्लैंड को दो झटके दिए. पहले उन्होंने कप्तान इयोन मॉर्गन (6 रन) को विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच आउट करा कर पवेलियन भेजा. तीन गेंद बाद ही पंड्या ने एलेक्स हेल्स (30 रन) को भी धोनी के हाथों कैच करा कर इंग्लैंड को चौथा झटका दिया.
पंड्या ने 18वें ओवर में भी दो विकेट लिए. उन्होंने बेन स्टोक्स (14) को कोहली और बेयरस्टॉ को धोनी के हाथों कैच कराया. इन दोनों में बेयरस्टॉ अधिक हावी होकर खेल रहे थे.
इसके बाद और कोई बड़ी साझेदारी नहीं हो सकी और इंग्लैंड नौ विकेट पर 198 रन तक ही पहुंच पाया. इंग्लैंड ने अंतिम चार ओवरों में 39 रन बनाए जबकि उसने पांच विकेट भी गंवाए. हार्दिक पंड्या की धारदार गेंदबाजी से इंग्लैंड 9 विकेट गंवा कर 198 रन ही बना पाया.
फिर बल्ले से भी दिखाया दम
भारतीय पारी के दौरान 15वें ओवर में जब विराट कोहली का विकेट गिरा तो सुरेश रैना से पहले पांचवें नंबर पर हार्दिक पंड्या को बल्लेबाजी के लिए भेजा गाया और उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की. उन्होंने 14 गेंदों पर नाबाद 33 रनों की पारी खेली जिसमें 2 छक्के और 4 चौके शामिल थे. इसके अलावा पंड्या ने पहले ऐसे भारतीय बन गए जिसने किसी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 30 रन बनाए और 4 विकेट हासिल किए.