अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव रिफलेक्शन-2019 का भव्य उद्घाटन आज
लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस के तत्वावधान में चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव ‘रिफलेक्शन-2019’ का उद्घाटन समारोह कल, 31 अगस्त, शनिवार को सायं 5.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है। प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। उद्घाटन समारोह में विद्यालय के छात्र देश-विदेश से पधारे छात्रों व शिक्षकों के सम्मान में रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। यह जानकारी सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने दी है।
श्री शर्मा ने बताया कि ‘रिफलेक्शन-2019’ में प्रतिभाग हेतु देश-विदेश की छात्र टीमों का लखनऊ आगमन लगातार जारी है। आज श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश व देश के विभिन्न राज्यों से पधारी छात्र टीमों का विद्यालय के छात्रों व शिक्षकों ने लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत किया। आज पधारी छात्र टीमों में सेंट ग्रेगरी हाई स्कूल, ढ़ाका, बांग्लादेश, रिचमण्ड कालेज, श्रीलंका, मीपावाला अमरसूर्या कालेज, श्रीलंका, अन्नपूर्णा रेजीडेन्शियल स्कूल, नेपाल, मोनास्टिक स्कूल, नेपाल, एम.आई.टी इंग्लिश बोर्डिंग स्कूल, नेपाल, विजडम स्कूल, नेपाल आदि प्रमुख हैं। देश-विदेश से पधारे छात्र लखनऊ पहुँचने पर काफी प्रसन्नचित्त दिख रहे थे और सभी में इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव में प्रतिभाग करने का जोश देखने लायक था। इसके अलावा, देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे छात्र दलों का भी लखनऊ पधारने पर भव्य स्वागत हुआ।
श्री शर्मा ने बताया कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस द्वारा ‘रिफलेक्शन-2019’ का आयोजन 31 अगस्त से 3 सितम्बर तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव में श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल एवं भारत के विभिन्न प्रान्तों से लगभग 500 छात्र विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपने ज्ञान-विज्ञान का अभूतपूर्व प्रदर्शन करने लखनऊ पधार रहे हैं। ‘रिफलेक्शन-2019’ के अन्तर्गत क्विज, वाद-विवाद, भाषण, रचनात्मक लेखन, पोस्टर मेकिंग, ग्रुप डिस्कशन, ब्रोशर मेकिंग, माडल डिस्प्ले, मूवी मेकिंग, कोरियोग्राफी, प्रोजेक्ट ऑन कम्युनिटी सर्विस आदि कई दिलचस्प प्रतियोगितायें आयोजित की जायेंगी, जिसके माध्यम से छात्रों का ज्ञानवर्धन तो होगा ही, साथ ही वे एक दूसरे की संस्कृति व सभ्यता से भी रूबरू होंगे और आपसी समझ भी पनपेगी।