कोलकाता : कोलकाता पुलिस की खुफिया टीम ने बुधवार को एक ऐसे शातिर मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है जो देश के दूसरे हिस्से से चोरी के सैकड़ों मोबाइल फोन कुरियर के जरिए मंगाते थे और या तो कोलकाता के मशहूर इलेक्ट्रॉनिक चांदनी चौक मार्केट में बेचते थे या बांग्लादेश में भेज देते थे। इनकी पहचान बेलियाघाटा थाना अंतर्गत सुरेन सरकार रोड निवासी विकास जयसवाल (32) और दमदम थाना इलाके के लालजी सहाय स्ट्रीट निवासी राजेश भगत (50) के तौर पर हुई है। दो बांग्लादेशियों की पहचान अब्दुल मुनीम राही (27) और अहमद शमी (26) के तौर पर हुई है। ये दोनों बांग्लादेश के सिलहट जिले के मीरापाड़ा के निवासी हैं। इन चारों के पास से 206 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि राजेश भगत और विकास जयसवाल गुजरात से 153 मोबाइल फोन कुरियर के जरिए कोलकाता मंगवाए थे। यहां के खिदिरपुर इलाके में इन्हें समीर नाम के एक शख्स के हवाले किया जाना था। जबकि दोनों बांग्लादेशियों के पास से 53 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं जिसे लेकर वे बांग्लादेश जाने वाले थे। विकास और राजेश को जोड़ासांको इलाके के मूनलाइट सिनेमा हॉल के पास और दोनों बांग्लादेशियों को चांदनी चौक के मदन स्ट्रीट से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में पता चला है कि चोरी के मोबाइल फोन को पूरे देश से कोलकाता में मंगाया जाता था जहां से या तो चांदनी चौक इलाके में बिक्री कर दी जाती थी या बांग्लादेश में भेज दिया जाता था। पुलिस का दावा है कि मोबाइल चोरी के बाद उसे दूसरे देश में भेजने का यह पहला मामला सामने आया है। इनके खिलाफ बउबाजार और जोड़ासांको थाने में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।