पाकिस्तान में आम चुनावों से ठीक पहले पनामा पेपर्स कांड में गिरफ्तारी के खतरों के बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने कहा है कि वह और उनके पिता 13 जुलाई को पाकिस्तान वापस आ जाएंगे.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मरियम का बयान तब आया है जब पनामा पेपर्स मामले में पाकिस्तान की एहतिसाब (जवाबदेही) अदालत ने शुक्रवार को पनामा पेपर्स कांड से जुड़े भ्रष्टाचार के तीन मामलों में से एक में अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को 10 साल की कैद की सजा सुनाई. जबकि इसी मामले में उनकी बेटी मरियम को 7 साल की कैद की सजा सुनाई थी.
पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो टीवी के मुताबिक लंदन में मीडिया से बातचीत के दौरान मरियम ने कहा है कि कोर्ट के फैसले को चुनौती देने के लिए उचित प्रक्रिया के तहत न्यायिक सलाह ली जा रही है. उनके वकील कोर्ट के फैसले की विवेचना कर न्यायिक उपायों की संभावना तलाश रहे है.
इसी बीच फ्री ऑनलाइन एनसाइक्लोपीडिया, विकीपीडिया ने मरियम के प्रोफाइल पेज पर अपमानजनक एडिट के कारण मरियम के प्रोफाइल पेज को लॉक कर दिया है.
इस संबंध में विकीपीडिया हेल्प डेस्क के सादिक कय्यूम का पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से कहना है कि ये पहली बार नहीं हुआ है जब मरियम के पेज को लॉक किया गया है. लोगों ने उनकी प्रोफाइल में कई बार अपराध संबंधी एडिट किए और उनकी जन्म तिथि 1973 के बजाय 1960 कर दिया. मरियम के विकीपीडिया प्रोफाइल में जनवरी से 1000 यूनीक हिट्स मिले हैं जिनकी संख्या कोर्ट के फैसले के बाद बढ़कर 15000 हो गई.
गौरतलब है कि मरियम को 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों में लड़ने से अयोग्य घोषित की जा चुकी हैं. वहीं इसी मामले में उनके पति कैप्टन (रिटायर्ड) मुहम्मद सफदर को एक साल की सज़ा सुनाई गई है.
पाकिस्तान की एहतिसाब (जवाबदेही) अदालत नें नवाज शरीफ के बेटों- हसन नवाज और हुसैन नवाज की गिरफ्तारी का वारंट भी जारी किया हुआ है. फिलहाल पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी 14 जून से लंदन में हैं जहां नवाज की पूर्व पत्नी कुलसूम नवाज के कैंसर का इलाज चल रहा है.