भाजपा के दिग्गज नेता अरुण जेटली का शनिवार दोपहर 12.07 बजे 66 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वे पिछले काफी समय से एम्स में भर्ती थे. छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय अरुण जेटली ने देश में आपातकाल के दौरान भी काफी संघर्ष किया था. इस दौरान उन्हें तिहाड़ और अंबाला जेल में बतौर कैदी रखा गया था. इमरजेंसी के बाद जब चुनावों में कांग्रेस को बुरी तरह हार मिली थी तब जेटली एबीवीपी में काफी सक्रिय भूमिका में थे. जेटली को उस दौरान दिल्ली एबीवीपी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली थी. साथ ही वह एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव का भी दायित्व निभा रहे थे.
आपातकाल (1975-1977) के दौरान अरुण जेटली को मीसा के तहत 19 महीने जेल में काटने पड़े थे. राजनारायण और जयप्रकाश नारायण द्वारा चलाए गए भ्रष्टाचार विरोधी जनांदोलन में वो प्रमुख नेताओं में से थे. जय प्रकाश नारायण ने उन्हें राष्ट्रीय छात्र और युवा संगठन समिति का संयोजक नियुक्त किया.