आरोपितों के पास मिले पाकिस्तानी फोन नंबर
सतना : सतना पुलिस, एटीएस एवं एसटीएफ की संयुक्त टीम ने बुधवार रात सतना जिले से टेरर फंडिंग का काम करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ के लिए एमपी एटीएस की टीम उन्हें भोपाल ले गई है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए टेरर फंडिंग काम कर रहे पांच आरोपितों को बुधवार रात एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों को पकड़ने के लिए जिले में कई स्थानों पर दबिश दी गई। पकड़े गए आरोपितों में बलराम सिंह, भागवेंद्र सिंह, सुनील सिंह, शुभम तिवारी और एक अन्य शामिल हैं। इनमें से बलराम सिंह फरवरी, 2017 में पहले भी टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। भागवेंद्र को इंदौर पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। बलराम सिंह और भागवेंद्र जमानत पर छूटने के बाद दोबारा टेरर फंडिंग का काम करने लगे थे। एक अन्य आरोपित सुनील 2014 से देश विरोधी गतिविधियों में सक्रिय था, लेकिन एटीएस उसे पकड़ नहीं पाई।
पकड़े गए आरोपितों के पास से एसटीएफ ने कुछ मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किये हैं, जिनका उपयोग वे टेरर फंडिंग के काम के लिए करते थे। उनके पास 17 पाकिस्तानी नंबर भी मिले। इन्हीं नंबरों पर ये लोग आतंकियों के फंड मैनेजर से वीडियो-मैसेंजर कॉल और वॉट्सऐप चैटिंग करते थे। ये लोग पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से बात करके बैंक खातों में पैसा जमा कराकर उसे आतंकियों तक पहुंचाते थे। आरोपित बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ से जुड़े संदिग्ध लोगों को बैंक खातों और हवाला के जरिए कमीशन बेस पर पैसे ट्रांसफर करते थे।
जिले के पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों के देश-विदेश में और भी संपर्क हो सकते हैं। इस संबंध में आगे एटीएस की टीम आरोपितों से पूछताछ करेगी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपित एटीएस की गिरफ्त में हैं और एटीएस की टीम सभी आरोपितों को लेकर गुरुवार सुबह 10.00 बजे भोपाल रवाना हो गई है।