पी. चिदंबरम भारतीय राजनीति की अहम शख्सियत रहे हैं। अपने नॉलेज और आगे बढ़ने की जीजिविषा से वे तमिलनाडु की राजनीति से ऊपर उठकर देश के अहम मंत्रालयों के सिरमौर बने। उन्होंने कई बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। तत्कालीन प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह ने चिदंबरम को वित्त जैसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी दी थी। बाद में चिदंबरम तीन साल गृहमंत्री भी रहे। राजनीति की रपटीली राहों से गुजरते हुए भी उन्होंने वकालत का जुनून नहीं छोड़ा।
तमिलनाडु के कनाडुकथन गांव में जन्मे चिदंबरम के दो भाई और एक बहन हैं। चिदंबरम ने चेन्नई के प्रेसीडेंसी कॉलेज से सांख्यिकी में बीएससी और मद्रास लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री हासिल की। हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया। मद्रास हाईकोर्ट में वकील रहे। सुप्रीम कोर्ट में भी वकालत की है।