उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के पहले मंत्रिमंडल के विस्तार के जरिए 2022 के विधानसभा चुनाव के समीकरण साधने की कवायद की जा रही है. मंगलवार को योगी कैबिनेट के चार मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया गया है. इन मंत्रियों की छुट्टी के पीछे उनका परफॉर्मेंस मुख्य वजह बनी. योगी सरकार पिछले काफी समय से इन लोगों के विभागों की समीक्षा कर रही थी और कई लोगों के कामों की लगातार शिकायतें मिली थीं. इसी के बाद इन मंत्रियों पर गाज गिरी है.
योगी कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल और भूतत्व एवं खनिकर्म राज्यमंत्री अर्चना पांडेय शामिल हैं. इन चार मंत्रियों के अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं. राज्यपाल आनंदीबेन पटले ने देर रात पांचों मंत्रियों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं. इसके बाद अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है.