बिहार की राजनीति में कभी एकछत्र राज करने वाले राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद की पार्टी आज बिहार की सियासत के नेपथ्य में जाती दिख रही है. हमेशा चर्चा में रहने वाले लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद उनके उत्तराधिकारी के रूप में उनके छोटे बेटे तेजस्वी प्रसाद को देखा जा रहा था, लेकिन लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद वह बिहार की राजनीति से गायब हो गए हैं. अब आरजेडी के कार्यकर्ता और नेता भी संशय की स्थिति में हैं. कई वरिष्ठ नेता अब तेजस्वी को नसीहत दे रहे हैं.
लालू के उत्तराधिकारी तेजस्वी को आरजेडी ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषणा भी कर दी, लेकिन लोकसभा चुनाव में महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे तेजस्वी हार के बाद कहां हैं, किसी को पता नहीं है. लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद वह बिहार से बाहर हैं. वह दो दिनों के लिए पटना आए, चेहरा दिखाया, फिर चले गए.