इमरान खान ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस(14 अगस्त) को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और गिलगित-बाल्टिस्तान (GB) के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त किया। लेकिन इसकी जमीनी हकीकत इसके ठीक विपरीत है।पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के इशारे पर चीनी कंपनियां गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके में प्राकृतिक संसाधनों को लूट रही है।चीनी कंपनियां इस इलाके से बेशकीमती प्राकृतिक संसाधन को लूटने में जुटी हुई है जिसमें सोना, प्लैटिनम, कोबाल्ट और कीमती रत्न जैसे कीमती धातुएं शामिल हैं।
पाकिस्तान और चीन मिलकर इस इलाके से बड़े पैमाने पर यहप्राकृतिक संसाधनों को लूटने का काम कर रहे हैं, जिसके विरोध में लोग पिछले दिनों सड़कों पर भारी विरोध-प्रदर्शन करते नजर आए। इतना ही नहीं इसका विरोध करने वाले कई की आवाज दबाने की भी कोशिश की जा रही है। शौकत कश्मीरी और मुमताज़ खान सहित कई नेताओं, जिन्होंने विदेशी कंपनियों को खनन अनुबंध आवंटित करने के पाकिस्तान के फैसले पर चिंता व्यक्त की, उन्हें या तो जेल में डाल दिया गया या पीओके से बाहर निकाल दिया गया है।