अब तक 5 लाख लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया
मुंबई : महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सांगली, सातारा सहित कई जिले अब भी बाढ़ की चपेट में हैं। इन जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों से 4 लाख 24 हजार 333 लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुँचाया गया है। राष्ट्रीय आपदा राहत टीम (एनडीआरएफ) की 23, नौसेना की 26 टीम सहित विशाखापत्तनम से आयी 15 नौसेना की टीम यहां राहत व बचाव कार्य में लगी हुई है। इसके साथ ही सेना के दो हेलिकाफ्टर यहां बाढ़ से घिरे लोगों को एयरलिफ्ट करने तथा लोगों को राहत व अन्न, दवा के पैकेट पहुंचाने के काम में लगे हुए हैं। यह जानकारी महाराष्ट्र आपदा नियंत्रण कक्ष ने शनिवार शाम को दी है।
जानकारी के अनुसार कोल्हापुर में 74 नाव व सांगली में 93 नाव से लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से बाहर निकालने का काम जारी है। कोल्हापुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक 2 लाख 33 हजार 150 लोगों को और सांगली में 1 लाख 44 हजार 987 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया गया है। इन सभी लोगों को कुल 304 जगहों पर छावनी बनाकर भोजन आदि की व्यवस्था की गई है। कोल्हापुर व सांगली जिले में अब तक 43 हजार 922 जानवरों को भी सुरक्षित स्थल पर पहुंचा कर उनके लिए चारा का इंतजाम किया गया है। प्रशासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों के अवकाश रद्द कर दिये गए हैं इसलिए पूरा प्रशासन राहत व बचाव कार्य में लगा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को राज्य सरकार की ओर बाढ़ का पानी दो दिन तक रहने पर ही सरकारी मदद दिए जाने वाली शर्त को आज शिथिल किए जाने की भी घोषणा की है। सभी बाढ़ प्रभावितों को नगद राशि दिए जाने का आदेश भी मुख्यमंत्री ने दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से अब बाढ़ पीड़ितों को 153 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी गई है। राज्य सरकार मदद राशि किसी भी कीमत पर कम नहीं पडऩे देगी। बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए राकांपा अध्यक्ष शरद पवार, सिद्धि विनायक ट्रस्ट व साई मंदिर ट्रस्ट ने भी मदद की घोषणा की है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस व राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं से आगे आने की अपील की है।