सीएम योगी और नीदरलैंड के राजदूत की उपस्थिति में पांच साल के लिए बढ़ाये गये पुराने एमओयू
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विकास में नीदरलैंड तकनीकी सहयोग करेगा। इस संबंध में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नीदरलैंड के राजदूत मार्टेन वेन डेन बर्ग की उपस्थिति में कई एमओयू पर दस्तखत हुए। इस दौरान पूर्व के करारों को पांच साल के लिए बढ़ाया भी गया। मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात करने नीदरलैंड के राजदूत मार्टेन वेन डेन बर्ग आज उनके सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पहुंचे। इस दौरान उत्तर प्रदेश और नीदरलैंड के बीच कृषि और उससे जुड़े उद्योगों, खाद्य प्रसंस्करण, ऊर्जा, नगर विकास में अधिकाधिक तकनीकी सहयोग देने का वादा किया गया। इस अवसर पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर यह समझौता हुआ कि मुजफ्फनरगर में 25 हेक्टेयर और गाजियाबाद में 18 हेक्टेयर जमीन राज्य सरकार नीदरलैंड की कंपनी को देगी। नीदरलैंड जेवर एयरपोर्ट पर सबसे बड़े कार्गो हब को भी तैयार करने तकनीकी सहयोग करेगा। साथ ही नोएडा में फूलों की खेती को बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री योगी और नीदरलैंड के राजदूत के बीच चर्चा के दौरान विभिन्न परियोजनाओं को लेकर वर्ष 2016 में दोनों देशों के बीच हुए करार को पांच साल के लिए बढ़ा दिया गया।
नीदरलैंड के राजदूत मार्टेन वेन डेन बर्ग ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका देश बहुत छोटा है लेकिन, प्रसंस्करण इकाईयों और उच्च तकनीक के माध्यम से वहां कृषि क्षेत्र को लाभकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि नीदरलैंड की कम्पनियां उत्तर प्रदेश में भी कृषि के क्षेत्र में खासकर आलू और गन्ना उत्पादन के सही तरीके की जानकारी देकर यहां ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकती हैं। उत्तर प्रदेश और नीदरलैंड के बीच रिश्ते को और मजबूती देने पर जोर देते हुए मार्टेन वेन ने कहा कि कृषि और प्रसंस्करण के क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का सहयोग देकर यहां के किसानों की आमदनी को बढ़ाया जा सकता है। नीदरलैंड के राजदूत ने चिकित्सा, सड़क सुरक्षा और सड़क निर्माण के क्षेत्र में भी सहयोग देने की चर्चा की। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्य सचिव डा. अनूप चंद्र पाण्डेय के अलावा कई विभागों के प्रमुख सचिव व वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।