जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती, अमरनाथ यात्रा तय समय से पहले ही रोके जाने, तीर्थ यात्रियों और सैलानियों के लिए प्रदेश छोड़ने की एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद हर कोई यही जानने को बेचैन है कि कश्मीर में आखिर होना क्या है? मोदी सरकार की प्लानिंग क्या है? केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश में 10 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती के बाद 25 हजार जवानों की तैनाती के मौखिक आदेश और अन्य कदमों से जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों और नेताओं में बौखलाहट और भय है. शिकंजा कसता देख पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन ट्वीट करने लगे हैं. आतंकवादी फंडिंग समेत कई मामलों में जांच के दायरे में चल रहे गिलानी ने ट्वीट कर धरती पर रह रहे सभी मुसलमानों से बचाने की गुहार लगाई है. गिलानी ने ट्वीट कर कहा है कि भारतीय मानव जाति के इतिहास का सबसे बड़ा नरसंहार शुरू करने वाले हैं.