शिक्षक दिवस पर मुंह पर काली पट्टी बांधकर देंगे धरना
बिहटा (बिहार) : अपनी मांगोंं को लेकर नियोजित शिक्षकों ने चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है। शिक्षकों ने मांगेंं पूरी नहीं होने पर शिक्षक दिवस के कार्यक्रमों के बहिष्कार करने का निर्णय किया है। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर शिक्षकों ने बिहटा शहर में प्रदर्शन कर प्रखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया। धरना की अध्यक्षता राजेश्वर द्विवेदी एवं संचालन अमित कुमार ने किया। शिक्षकों ने अपना पांच सूत्री मांग पत्र भी बीडीओ को सौंंपा। इस अवसर पर परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के महासचिव आनंद मिश्रा ने कहा कि सरकार हमारी मांगोंं को यथाशीघ्र पूरा करे, अन्यथा संघर्ष समिति चरणबद्ध आंदोलन को मजबूर होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने नियोजित शिक्षकों की मांगों पर कोई संज्ञान नहीं लिया है, उल्टे पटना में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की।
उन्होंने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में नियोजित शिक्षकों को पुराने शिक्षकों के भांंति वेतनमान देते हुए राज्यकर्मी का दर्जा प्रदान करने, उन्हें नियमित शिक्षकों की भांति समान सेवा शर्त, नियोजन इकाई से बाहर स्थांतरण की सुविधा, नई बहाली में वेतन संरक्षण के लाभ के साथ देना शामिल है। उन्होंने बताया कि शनिवार को सूबे के सभी प्रखंड व अंचलों में धरना-प्रदर्शन की शुरुआत हो गई है। अब 17 अगस्त को सूबे के सभी जिला मुख्यालय पर एक साथ एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना- प्रदर्शन किया जायेगा। मांगें पूरी नहीं होने पर शिक्षक दिवस 05 सितंबर पर सूबे के सभी नियोजित व नियमित शिक्षक सरकार के सम्मान समारोहोंं एवं कार्यक्रमों का बहिष्कार करेंंगे। उस दिन सभी शिक्षक संगठनों के शीर्ष नेता पटना के गांधी मैदान में बापू की मूर्ति के समक्ष मुंंह पर काली पट्टी बांधकर अपनी पीड़ा-वेदना का शांतिपूर्ण धरना करेंगे।