नई दिल्ली : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने शुक्रवार को सभी 20 इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस (आईओई) यानी प्रतिष्ठित संस्थान के नामों की घोषणा कर दी। इस सूची में आईआईटी-बॉम्बे, आईआईटी-दिल्ली और आईआईएससी बेंगलुरु के अलावा निजी संस्थान बिट्स-पिलानी, मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर इंस्टीट्यूट और जियो इंस्टीट्यूट शामिल हैं। यूजीसी ने शुक्रवार को बैठक में एन गोपाल स्वामी की अध्यक्षता में सरकार द्वारा नियुक्त उच्चाधिकार प्राप्त विशेषज्ञ समिति (ईईसी) की रिपोर्टों पर विचार किया और 15 सार्वजनिक संस्थानों और 15 निजी संस्थानों को दर्जा देने पर विचार किया। चूंकि इस योजना में केवल 10 सार्वजनिक और 10 निजी संस्थानों को यह दर्जा प्रदान करने का प्रावधान है, इसलिए यूजीसी ने पारदर्शी और सत्यापन योग्य मानदंडों का इस्तेमाल करते हुए 15 सार्वजनिक और 15 निजी संस्थानों की सूची की जांच की।
यूजीसी ने सिफारिश की है कि दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू), बीएचयू, हैदराबाद विश्वविद्यालय, आईआईटी-मद्रास और आईआईटी-खड़गपुर को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) द्वारा आईओई का दर्जा दिया जाए। जिन विश्वविद्यालयों को आशय पत्र जारी करने के लिए यूजीसी की सिफारिशें मिली हैं उनमें जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय और शिव नादर विश्वविद्यालय हैं। अधिकारियों ने कहा कि इस बीच, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, तेजपुर विश्वविद्यालय और अशोका विश्वविद्यालय आईओई की स्थिति में कटौती करने में विफल रहे हैं। सितंबर 2017 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों के अंतरराष्ट्रीयकरण और विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय बनाने के लिए इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस परियोजना की घोषणा की गई थी।