एमओयू हस्ताक्षरित होने के बाद उद्योग लगाने में हर सम्भव मदद करेगी भारत सरकार
लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां लोक भवन में रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र (विज़िट आॅफ दि इण्डियन डेलीगेशन टू दि रशियन फार ईस्ट) की यात्रा पर आगामी 12 व 13 अगस्त को जाने वाले भारतीय प्रतिनिधिमण्डल के सम्बन्ध में आयोजित राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों तथा प्रदेश के प्रमुख उद्यमियों की बैठक की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री ने कहा कि रूस में निवेश की व्यापक सम्भावनाएं मौजूद हैं। काॅन्ट्रैक्ट फार्मिंग, रिन्युएबल इनर्जी तथा खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के उद्यमी रूस में निवेश की सम्भावनाएं तलाश सकते हैं। प्रदेश के उद्यमियों के लिए यह एक अच्छा अवसर है। एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित होने के बाद उद्यम स्थापना में भारत सरकार हर सम्भव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि रूस में इकाई स्थापित करने वाले उद्यमियों के लिए यूरोप का बाजार खुल जाएगा, जिससे उनके व्यापार का व्यापक विस्तार सम्भावित होगा। योगी ने कहा कि रूस में टिम्बर और माइनिंग के क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने उद्यमियों को सम्भावनाओं को तलाशने और इन सेक्टरों में निवेश करने का सुझाव दिया।
बैठक के दौरान प्रमुख सचिव उद्यान तथा खाद्य प्रसंस्करण सुधीर गर्ग ने मुख्यमंत्री के समक्ष सभी उद्यमियों को 12 तथा 13 अगस्त को व्लाडीवोस्टक में आयोजित रशिया-इण्डियन बिज़नेस मिशन कार्यक्रम के विषय में विस्तार से जानकारी दी। इस बैठक में खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी तथा ऊर्जा सेक्टर के राज्य के प्रमुख उद्योगपतियों ने भाग लिया। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमण्डल ‘रशिया-इण्डियन बिज़नेस मिशन’ में भाग लेने के लिए रूस जा रहा है। इस प्रतिनिधिमण्डल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी सहित गोवा, हरियाणा, गुजरात तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रीगण भी भाग लेंगे। उत्तर प्रदेश के उद्यमी कृषि, खाद्य प्रसंस्करण तथा ऊर्जा सेक्टर में सम्भावनाओं को तलाशेंगे।