इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में दक्षिण एशियाई मामले के महानिदेशक मोहम्मद फैसल ने गुरुवार को भारतीय उपउच्चायुक्त गौरव आहलूवालिया को एक बार फिर तलब किया और भारतीय सेना की ओर से किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन की निंदा की। विदित हो कि इससे पहले गत 24 जुलाई को भी आहलूवालिया को तलब किया गया था और संघर्ष विराम उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई थी। फैसल ने भारतीय फौज पर रिहायशी इलाके को निशान बनाने का आरोप लगया था। उन्होंने कहा था कि यह अमानवीय है।
रिपोर्ट के मुताबिक, नियंत्रण रेखा पर भारत और पाकिस्तान के बीच गोलीबारी तेज हो गई है। पिछले दिनों पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के मद्देनजर पाकिस्तान ने पीओके से करीब 50 चीनी नागरिकों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है। दरअसल, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में ये चीनी नागरिक एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहे थे। यह पूरा इलाका नियंत्रण रेखा के निकट है। पाकिस्तान में चीन की मदद से कई परियोजनाएं चल रही हैं। इनमें से एक नीलम झेलम बांध परियोजना भी है। समाचार पत्र डॉन के अनुसार, इलाके के आपदा प्रबंधन अथॉरिटी के अख्तर अय्यूब ने बयान दिया कि जवाबी कार्रवाई इतनी तेज थी कि लोगों को निकालना पड़ा।