कोलकाता : लोकसभा चुनाव में राज्य भर में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद नया राजनीतिक समीकरण बनने-बिगड़ने लगा है। कभी माकपा-कांग्रेस तो कभी तृणमूल-माकपा के बीच आपसी समझ की कई तस्वीरें लोकसभा चुनाव के बाद सामने आ चुकी हैं। अब राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने खुलेआम भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस को गठबंधन का प्रस्ताव दिया है। यह प्रस्ताव कालियागंज में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए दिया गया है। यह क्षेत्र उत्तर दिनाजपुर जिले में पड़ता है। यहां से तृणमूल के जिला अध्यक्ष कन्हैयालाल अग्रवाल ने मंगलवार को जिला पार्टी मुख्यालय में पत्रकार सम्मेलन किया। उन्होंने कहा, “हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कालियागंज विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को 18 हजार वोट मिले हैं जबकि तृणमूल कांग्रेस को 61 हजार। ऐसे में इस आंकड़े को देखकर समझा जा सकता है कि क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस मजबूत है। मैं अपील करता हूं कि विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करे। इससे दोनों ही पार्टियों को लाभ होगा।”
हालांकि तृणमूल कांग्रेस के प्रस्ताव के तुरंत बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष मोहित सेनगुप्ता ने इसे नकार दिया है। उन्होंने कहा कि तृणमूल के साथ किसी भी तरह के किसी गठबंधन का सवाल ही नहीं उठता है। अगर गठबंधन होगा भी तो माकपा के साथ होगा। उन्होंने दावा किया कि 2021 में राज्य की सत्ता पर भाजपा का कब्जा नहीं होगा बल्कि तृणमूल को हटाकर माकपा-कांग्रेस का गठबंधन की सरकार बनेगी । यहां उपचुनाव के लिए दिवंगत विधायक प्रमथ नाथ रॉय की बेटी धित्तश्री रॉय को कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार बनाने की घोषणा की गई है।