नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशभर के बच्चों को 7 सितंबर को होने वाली चंद्रयान-2 की लैडिंग का साक्षी बनने का निमंत्रण देते हुए कहा कि वह अंतरिक्ष से जुड़े एक क्विज को जीतकर इस एतिहासिक क्षण के गवाह बन सकते हैं। प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी माईगोव वेबसाइट पर 1 अगस्त को दी जाएगी। उन्होंने तरिक्ष की दृष्टि से 2019 को भारत के लिए शानदार बताते हुए कहा कि चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण की तस्वीरों ने देशवासियों को गौरव और जोश से भर दिया। 22 जुलाई को पूरे देश ने गर्व से देखा कि कैसे चंद्रयान-2 ने श्रीहरिकोटा से अंतरिक्ष की ओर अपने कदम बढ़ाए। यह मिशन कई मायनों में विशेष है।
इस मिशन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब बात नए क्षेत्र में कुछ नया कर गुजरने की हो ,अभिनव उत्साह की हो तो हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं, विश्व-स्तरीय हैं ।दूसरा महत्वपूर्ण पाठ यह है कि किसी भी व्यवधान से घबराना नहीं चाहिए। यह चांद के बारे में हमारी समझ को और भी स्पष्ट करेगा। मोदी ने कहा कि चंद्रयान-2 से उन्हें दो बड़ी सीख मिलीं। वो हैं विश्वास और निर्भीकता। हमें अपनी प्रतिभा और क्षमताओं पर पूरा भरोसा होना चाहिए। चंद्रयान-2 पूरी तरह से भारतीय रंग में ढला है। स्वदेशी है। यह दिल और जूनून दोनों से भारतीय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रतियोगिता में अंतरिक्ष से जुड़ी जिज्ञासाएं, जैसे भारत का स्पेश मिशन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मुख्य विषय होंगे। रॉकेट लॉन्च करने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है। सेटेलाइट को कैसे ऑरबिट में स्थापित किया जाता है और सेटेलाइट से हम क्या-क्या जानकारियां प्राप्त करते हैं। ए-सेट क्या होता है और इसी प्रकार के अन्य प्रश्न इसमें शामिल होंगे।