उल्लेखनीय है कि राज्यपाल पद पर त्रिपाठी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो चुका है। राज्य के नवनियुक्त राज्यपाल जगदीप धनखड़ 30 जुलाई को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। श्री त्रिपाठी अपने कार्यकाल के दौरान कई मुद्दों पर राज्य सरकार की आपत्ति को दरकिनार कर मुखर तरीके से हस्तक्षेप करते रहे हैं। हाल ही में जब उत्तर 24 परगना में भाजपा के कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी तब उन्होंने ममता सरकार से सलाह लिए बगैर मामले में हस्तक्षेप किया था। त्रिपाठी ने सर्वदलीय बैठक बुला ली थी। उसमें भाजपा, कांग्रेस, माकपा के साथ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। राज्यपाल ने निर्देश दिया था कि किसी भी पार्टी के नेता भड़काऊ बयान देने से बचें।
बंगाल के माहौल को हिंसक बना रही ममता की तुष्टीकरण की सियासत : केसरीनाथ
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के निवर्तमान राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने जाते-जाते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने शनिवार को कहा कि ममता की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण राज्य का माहौल अराजक और हिंसक बना हुआ है। ममता के पास नीति भी है और उसे लागू करने की क्षमता भी, लेकिन एक विशेष समुदाय को खुश करने की उनकी प्रवृत्ति राज्य के सामाजिक सद्भावना को बिगाड़ रही है। त्रिपाठी ने ममता को नसीहत दी है कि उनको राज्य में रहने वाले हर समुदाय के लोगों के साथ समान व्यवहार करने की आदत डालनी चाहिए। ममता को अपने आवेग पर भी नियंत्रण करना सीखना होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता के भाषणों में ही अलग-अलग समुदायों के साथ पक्षपात दिखता है। यह ठीक नहीं। एक मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें राज्य के सभी तबके का बराबर ख्याल रखना चाहिए।