तथागत रॉय ने बुद्धिजीवियों की नीयत पर उठाए सवाल
कोलकाता : अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने अब पश्चिम बंगाल के उन बुद्धिजीवियों को आड़े हाथों लिया है जिन्होंने जय श्रीराम के नाम पर देशभर में हो रही कथित हत्याओं का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम चिट्ठी लिखी है। पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रह चुके रॉय ने शुक्रवार को दावा किया भारत ही नहीं पूरी दुनिया में अल्लाह हू अकबर के नाम पर लाखों लोगों की हत्याएं हुई हैं। इस पर पश्चिम बंगाल के बुद्धिजीवियों की बोलने की हिम्मत क्यों नहीं होती? उन्होंने कहा कि जय श्रीराम के नाम को बदनाम करने के लिए इन लोगों ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख दी, लेकिन अल्लाह हू अकबर के नाम पर दुनियाभर में जो हत्याएं हो रही हैं उस पर ये लोग मौन हैं। आखिर चिट्ठी लिखने वाले लोगों का यह दोहरा रवैया क्यों है?
इसके पीछे निश्चित तौर पर राजनीतिक और आर्थिक कारण है। जो लोग प्रत्यक्ष तौर पर राजनीति करते हैं वे कुछ भी कहते हैं, उनकी बातें अलग हैं, लेकिन जिन लोगों ने निरपेक्षता का चोला ओढ़ रखा है, बार-बार खुद को निरपेक्ष साबित करने की कोशिश करते हैं, उनका दोहरा रवैया एक बार फिर उजागर हुआ है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के फिल्म, संगीत, साहित्य, नाटक समेत विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 49 लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम चिट्ठी लिखी थी जिसमें जय श्रीराम के नाम पर देशभर में अल्पसंख्यकों और दलितों पर कथित अत्याचार का जिक्र किया गया है। इस चिट्ठी के जवाब में शुक्रवार को देशभर के अन्य 62 बुद्धिजीवियों ने चिट्ठी लिखी है। इसमें दावा किया है कि देश बिल्कुल सही दिशा में जा रहा है। अब तथागत रॉय भी मैदान में कूद पड़े हैं।