भीषण गर्मी और उमस में बिजली कटौती से हाहाकार
लखनऊ : प्रदेश की योगी सरकार बिजली विभाग को लेकर तमाम दावे कर रही है लेकिन स्थिति इसके विपरित है। पूरे प्रदेश में जमकर बिजली की कटौती हो रही है। उपभोक्ताओं को बिना सुविधा शुल्क दिये कोई काम नहीं हो रहा है। बिजली कटौती के कारण प्रदेश में बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। यह बातें कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने विधान परिषद में कहीं। दीपक सिंह ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार अपने भाषणों में 18 से 24 घंटे बिजली देने का दावा कर रही है लेकिन भीषण गर्मी और उमस में प्रदेशभर में बिजली कटौती जारी है। गांवों में इस समय तीन-तीन दिन बिजली की कटौती की जा रही है, जबकि मुख्यालय भी अंधेरे में डूब रहे हैं।
बच्चों की पढ़ाई हो रही बाधित, धान की रोपाई के लाले
उन्होंने कहा कि अमेठी की जनता बिजली कटौती से बहुत ज्यादा परेशान है। यहां कुछ विद्युत केन्द्रों और उपकेन्द्रों पर दो-दो, तीन-तीन तक बिजली की कटौती की जा रही है। वहीं, बिजली का तार टूट जाने पर उपभोक्ताओं को महीनों विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। बिना सुविधा शुल्क दिये उपभोक्ताओं का काम भी नहीं हो रहा है। दीपक सिंह ने कहा कि ट्रांसफार्मर जलने की शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जब तक उन्हें सुविधा शुल्क न मिल जाये। उन्होंने कहा कि, गर्मी और उमस के समय प्रदेश में हो रही बिजली कटौती से लाखों बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है।
कमर तोड़ रहा बिजली का बिल
दीपक सिंह ने कहा कि गांवों में भले ही बिजली न पहुंच रही हो लेकिन बिजली का बिल किसानों और गरीबों की कमर जरूर तोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार अब गुपचुप तरीके से किसानों को अलग फीडर बनाकर आठ घंटे बिजली की कटौती करने की तैयारी कर रही है। दीपक सिंह ने कहा कि प्रदेश में इस समय धान की रोपाई चल रही है। ऐसे में बिजली की कटौती से किसान खेतों में सिचाईं नहीं कर पा रहे हैं, जिसके कारण उन पर अधिक भार पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ दावे कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।