नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को अपने पद पर दो साल पूरे कर लिए हैं। उन्होंने राष्ट्रपति के दूसरे वर्ष में 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश का दौरा करने के साथ ही राष्ट्रपति भवन में प्लास्टिक की बोतलों पर प्रतिबंध सहित कई उपलब्धियां हासिल कीं। रामनाथ कोविंद ने 25 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला था। उनके दूसरे वर्ष (25 जुलाई 2018 से 25 जुलाई, 2019) की मुख्य विशेषताओं पर नजर डालें तो उन्होंने 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश का दौरा किया। इस प्रकार वह अब तक कुल 25 घरेलू यात्राएं कर चुके हैं। वह उत्तर प्रदेश का छह, तमिलनाडु का चार, गुजरात का तीन, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का दो-दो बार दौरा कर चुके हैं।
राष्ट्रपति ने अपने कार्यकाल के दूसरे वर्ष में चार अलग-अलग महाद्वीपों में 10 देशों की यात्रा की और ऑस्ट्रेलिया, बोलीविया और क्रोएशिया जाने वाले पहले भारतीय राष्ट्रपति बने। उन्होंने वहां सभी 10 देशों में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। विज्ञान और प्रौद्योगिकी, रक्षा और विमानन, व्यापार और आईटी व ऊर्जा, खेल और संस्कृति से जुड़े 48 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस अवधि में उन्होंने राष्ट्रपति भवन में छह देशों के राष्ट्रपति और प्रमुखों की मेजबानी की। इसमें अर्जेंटीना, मालदीव, मोनाको, सउदी अरेबिया, साउथ अफ्रीका और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने चार अन्य देशों के 19 वैश्विक नेताओं की भी मेजबानी की। नौ विभिन्न समारोहों में 42 देशों के राजदूतों और उच्चायुक्तों ने अपने परिचय पत्र राष्ट्रपति को सौंपे।
कोविंद ने वर्ष के दौरान 8 दीक्षांत समारोह को संबोधित किया और विद्वानों को पुरस्कृत किया। आठ केंद्रीय विश्वविद्यालयों में चांसलरों और सात में वाइस-चांसलरों की नियुक्ति की। राष्ट्रपति भवन में कई ग्रीन पहल की गई, जिसमें राष्ट्रपति भवन में प्लास्टिक की बोतलों पर प्रतिबंध लगाना और आधिकारिक बैठकों में कांच की बोतलों के उपयोग को बढ़ावा देना शामिल है। एट होम सहित तमाम आधिकारिक कार्यक्रमों के लिए ई-इनविटेशन भेजने की शुरूआत की गई। राष्ट्रपति भवन में एलईडी लाइटों को लगाने के साथ ही बायोगैस प्लांट लगाया गया।