बाराबंकी : स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण करने के क्रम में अब एक और एप जीओआई एनसीडी का नाम जुड़ गया है। जनपद की 383 ग्रामीण व शहरी एएनएम को स्वास्थ्य रिकार्ड की ऑनलाइन फीडिंग के लिए ‘अनमोल’ टेबलेट दिए गये हैं। एनसीडी (नॉन कम्युनिकेबल डिजीज) ऐप को लेकर चार बैच में 120 एएनएम को प्रशिक्षत कर प्रमाणपत्र वितरित किये गये। प्रशिक्षण के दौरान एएनएम को गैर संचारी रोगों के स्क्रीनिंग और इलाज के बारे में जानकारी कराया गया।
जिला सामुदायिक प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि विगत 370 ग्रामीण व 13 शहरी एएनएम को टेबलेट दिए जा चुके हैं। एनसीडी ऐप पर 4 बैच में एएनएम को जीओआई एनसीडी (नॉन कम्युनिकेबल डिजीज) एप्लीकेशन का प्रशिक्षण सम्पन्न हो गया है । उन्होने बताया कि स्थानीय जनपद के आरएसघाट ब्लॉक से 8 एएनएम, बंकी 4, दरियाबाद 7, देवा 7, फतेहपुर 7, हैदरगढ़ 8, हरख 4, सिद्धौर 4, निंदूरा 7, टिकैतनगर 5, रामनगर 8, सिरौलीगौसपुर 4, बड़ागांव 4, त्रिवेदीगंज 5, सूरतगंज 8 समेंत 30 अन्य वेलनस सेन्टर से एनम द्वारा एनसीडी ऐप का प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। उन्होंने बताया कि इस टेबलेट में आशाओं द्वारा समुदाय आधारित मूल्यांकन चेकलिस्ट फार्म में भरी गई जानकारी का रिकॉर्ड रखा जाएगा। प्रत्येक आशा अपने-अपने क्षेत्र के 30 वर्ष से अधिक महिला-पुरुषों तथा गर्भवती महिलाओं की जानकारी इस फॉर्म में लाकर एएनएम को देंगी। एएनएम फॉर्म में भरी गई जानकारी की ऑनलाइन फीडिंग टेबलेट में करेंगी। बीमारों को संबंधित चिकित्सधिकारी के पास उपचार के लिए ले जाएंगी।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा.महेन्द्र सिंह ने बताया कि पिछले कुछ सालों में गैरसंचारी रोगों जैसे हाइपरटेंशन, डायबिटीज, कैंसर, मानसिक रोग आदि से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ी है। रोगों की स्क्रीनिंग और इलाज के लिए सभी जिलों में चयनित पीएचसी और सीएचसी को अपग्रेड कर आयुष्मान भारत के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बनाया जा रहा है। इन्हें गैरसंचारी रोगों की स्क्रीनिंग और जांच की सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। वर्तमान में जनपद के आरएसघाट, रामनगर सीएचसी समेंत 3 अन्य उपकेन्द्र व जिला अस्पताल में एनसीडी क्लीनिक सक्रिय रूप से चल रहा हैं। स्वास्थ्य विभाग के मानक अनुसार 1000 की आबादी पर 30 वर्ष से अधिक की उम्र के लगभग 37 प्रतिशत लोग होते हैं। यह कार्यक्रम इसी 37 प्रतिशत लक्षित आबादी को नि:शुल्क जांच एवं गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रयासरत है। साथ ही कार्यक्रम के अंतर्गत स्वस्थ जीवन शैली और खान-पान संबंधी परामर्श पर भी जोर दिया जाएगा।