बिहार में एक बार फिर आसमान से मौत बरसी। बिहार में कई जिलों में मंगलवार से बुधवार अभी तक व्रजपात से 29 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में सर्वाधिक जमुई जिले के हैं। जमुई में आठ लोगों की मौत हो गई है। जबकि, औरंगाबाद में भी सात लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा बांका, नालंदा, भागलपुर, मुंगेर में व्रजपात से मौत होने की सूचना है। बता दें कि 20 जुलाई को भी बिहार में 11 लोगों की मौत हुई थी।
जमुई में सर्वाधिक आठ की मौत
जानकारी के अनुसार, जमुई में मंगलवार को अलग-अलग जगहों पर व्रजपात से आठ लोगों की मौत हो गई। छह लोग झुलसे गए हैं। झुलसे हुए लोगोंं का इलाज नजदीकी अस्पताल में किया जा रहा है। मरने वालों में एक महिला भी शामिल है।
औरंगाबाद में सात की गई जान
जमुई के बाद वज्रपात का सबसे अधिक कहर औरंगाबाद में टूटा। जिले में मंगलवार को हुई बारिश के दौरान वज्रपात से सात ग्रामीणों की मौत हो गई। शाम में ठनका गिरने का सिलसिला प्रारंभ हुआ और मरने वाले ग्रामीणों की सूचना मिलती रही। रफीगंज में वायरलेश टावर पर ठनका गिरा तो अफरातफरी मच गई।
बांका, भागलपुर, नालंदा व सासाराम में 11 की मौत
बांका में व्रजपात से अलग-अलग स्थानों पर पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग झुलस गए हैं। इसके अलावा भागलपुर, नालंदा व सासाराम में दो-दो लोगों की मौत वज्रपात से हो गई है। भागलपुर के रंगरा थाना क्षेत्र में वज्रपात से मौत की सूचना है। बताया जाता है कि भीम दास टोला में ठनका की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मुंगेर, कटिहार व अरवल में एक-एक व्यक्ति की मौत
मुंगेर में भी एक बच्चे की मौत हो गई है। घटना संग्रामपुर थाना क्षेत्र में हुई है। कटिहार व अरवल में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है।