सुकमा : (छत्तीसगढ़) : जिले के एर्राबोर थाना क्षेत्र के भेज्जी इलाके में सर्चिंग पर निकली डीआरजी जवानों और माओवादियों के बीच वीराभट्टी के जंगल में मुठभेड़ हुई। जिसमें एक पुरूष माओवादी का शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान आरपीसी अध्यक्ष मड़कम हिड़मा, निवासी वीराभट्टी के रूप में हुई। इस पर शासन ने एक लाख का इनाम घोषित किया था। इसके मारे जाने से इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली। एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि मारे गये माओवादी मड़कम हिड़मा का क्षेत्र में बहुत अधिक दशहत था। ग्रामीणों के साथ आये दिन मार-पीट करता था। इसके मारे जाने से अब इलाके में थोड़ी राहत मिलेंगी।
एसपी कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि माओवादियों के शहीदी सप्ताह को देखते इलाके में माओवादियों की मौजूद की सूचना मिली थी। डीआरजी जवानों की एक पार्टी ईलाके में सर्चिंग के लिए सोमवार शाम को निकली थी। डीआरजी जवानों की पार्टी दोरनापाल से निकाली गई थी। नक्सली विरोध अभियान के तहत थाना एर्राबोर भेज्जी, क्षेत्र के आरगट्टा, बोड्डीगुडा, तोंगगुड़ा, टेटरई, तोलनई कोलाईगुडा से होते हुए। डीआरजी के जवान की पार्टी वीराभट्टी इलाकें में सर्चिंग करने के लिए पहुंची थी। जहां मंगलवार की सुबह सात बजे के करीब जंगल में 15 से 20 ग्रामीण वेशभूषा में माओवादियों की हलचल दिखाई दी।
इन माओवादियों ने डीआरजी जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने जवाबी कार्यवाही शुरू कर दी। जवानों को भारी पडता देख माओवादी जंगल की आड़ लेकर भाग गए। मुठभेड़ के बाद घटना स्थल का सर्चिंग करने पर एक पुरूष माओवादी का शव बरामद हुआ। मृतक माओवादी की पहचान मडकम डिमा कोटा एरिया कमेटी, जीपीसी इंचार्ज जनताना सरकार अध्यक्ष, निवासी वीराभट्टी के रूप में हुई। सरेडर माओवादियों के द्वारा इसकी पहचान की गई। एवं मौके से एक भरमार बंदूक, एक देशी कट्टा, पिट्ठू बैग सहित अन्य माओवादी सामग्री बरामद हुआ।