-पूर्व डीजीपी राजीव कुमार के अधिवक्ता ने पूछा, हेमंत विश्वशर्मा से पूछताछ क्यों नहीं?
कोलकाता : अरबों रुपये के सारदा चिटफंड घोटाले में साक्ष्य मिटाने के आरोपों का सामना कर रहे कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के अधिवक्ता ने कलकत्ता हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान मंगलवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच पर सवाल उठाया। कहा, जांच एजेंसी ने हेमंत विश्व शर्मा से अब तक पूछताछ क्यों नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया है कि जांच एजेंसी राजीव कुमार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। जस्टिस मधुमति मित्रा के समक्ष कुमार का पक्ष रखते हुए अधिवक्ता मिलन मुखर्जी ने कहा कि 2013 में पश्चिम बंगाल सरकार ने सारदा चिटफंड घोटाले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था।
एसआईटी की प्रारंभिक जांच में असम के तत्कालीन कांग्रेस नेता और वर्तमान में भाजपा के मंत्री हेमंत विश्व शर्मा का नाम सामने आया था। उनसे पूछताछ की तैयारी की गई थी। उन्हें आरोपित बनाया जा रहा था। 2014 में कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दी और अब तक हेमंत विश्व शर्मा से पूछताछ नहीं हुई है, ऐसा क्यों? मिलन ने कहा, एसआईटी में 121 अधिकारी और कर्मचारी थे। उनमें से केवल राजीव कुमार के नाम को उछाल कर सीबीआई उन्हें लांछित करने की कोशिश कर रही है। मिलन मुखर्जी के पक्ष रखने के बाद बाद कार्यवाही मुल्तवी हो गई। बुधवार को भी इस पर सुनवाई जारी रहेगी।