कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऑर्डेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) के निजीकरण का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम मंगलवार को चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ऑर्डेंस फैक्ट्री बोर्ड के निजीकरण की ओर बढ़ रही है। यह भी पता चला है कि इसमें निजी निवेश को भी बढ़ावा दिया जा रहा है जो खतरनाक है। ममता ने कहा है कि ऑर्डेंस फैक्ट्री बोर्ड का मुख्यालय कोलकाता के आयुध भवन में है। यह दुनिया का सबसे बड़ा संस्थान है जो डिफेंस के लिए बंदूकें और अन्य हथियार बनाता है। 1775 में स्थापित ऑर्डेंस फैक्ट्री बोर्ड के अधीन फिलहाल देशभर में 41 फैक्ट्री, नौ प्रशिक्षण संस्थान और 1.6 लाख अधिकारी तथा कर्मचारी हैं जो सुरक्षाबलों के लिए हथियार बनाने का काम करते हैं। ऐसे में अगर केंद्र सरकार इस महत्वपूर्ण संस्थान का निजीकरण करेगी तो इससे देश की सुरक्षा को तो खतरा होगा। साथ ही दुनिया के सबसे बड़े हथियार कारखाने को भी खत्म करने जैसा होगा।
अपनी चिट्ठी में उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि संवैधानिक नियमों को दरकिनार कर ऑर्डेंस फैक्ट्री बोर्ड के बारे में लिए गए फैसले में केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को न तो विश्वास में लिया है और ना ही कोई जानकारी दी है। मुख्यमंत्री ने अपनी चिट्ठी में प्रधानमंत्री से अपील की है कि ऑर्डेंस फैक्ट्री बोर्ड के निजीकरण की कोशिश से तत्काल प्रभाव से बंद कर देनी चाहिए। इस पर कोई भी कदम उठाने से पहले राज्य सरकार को भी विस्तार से सूचना दी जानी चाहिए।