भगवान श्रीराम की प्रतिमा स्थापित करने को वास्तुविदों का करें चयन: योगी
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्रतिमा एवं अन्य मूलभूत पर्यटक सुविधाओं सम्बन्धी परियोजना के साथ-साथ अयोध्या का समग्र विकास सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के महाप्रबन्धक स्तर के अधिकारी नियुक्त किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने अगस्त, 2019 से इस परियोजना के लिए वास्तुविदों के चयन की प्रक्रिया आरम्भ किए जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि इस परियोजना के सम्बन्ध में पर्यटन विभाग और उत्तर प्रदेश निर्माण निगम की एक अलग टीम गठित की जाए। मुख्यमंत्री ने सोमवार को यहां लोक भवन में परियोजना के सम्बन्ध में गठित हाईपावर कमेटी की बैठक में कहा कि इस परियोजना से अयोध्या पूरे विश्व पटल पर अपने मौलिक धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व आध्यात्मिक विकास के साथ उभरेगी। उन्होंने इस परियोजना के सम्बन्ध में गुजरात सरकार का सहयोग लिए जाने के भी निर्देश दिए। इस बैठक में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में परियोजना के सम्बन्ध में एक ट्रस्ट के गठन का निर्णय किया गया। परियोजना के मार्गदर्शन एवं तकनीकी सहायता के लिए गुजरात सरकार के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किये जाने का भी फैसला लिया गया।
मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम की प्रतिमा की स्थापना के लिए काॅरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी एवं अन्य इच्छुक व्यक्तियों एवं स्रोतों से वित्तीय व्यवस्था किये जाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि परियोजना की साइट के सर्वे तथा इनवायरमेन्ट असेसमेन्ट एण्ड फीजिबिलिटी स्टडी के लिए नीरी (नागपुर) एवं आईआईटी कानपुर का सहयोग प्राप्त किया जाए। उन्होंने परियोजना के सुचारू समन्वय एवं क्रियान्वयन हेतु वित्त, नगर विकास, वन, पर्यावरण, लोक निर्माण, सिंचाई, ऊर्जा, औद्योगिक विकास एवं आवास विभाग से एक-एक नोडल अधिकारी नामित किये जाने के भी निर्देश दिये।
अपर मुख्य सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी ने मुख्यमंत्री को इस परियोजना के सम्बन्ध में अब तक हुई प्रगति से अवगत कराते हुए कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की 251 मीटर ऊंची प्रतिमा की स्थापना के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है। इस परियोजना में प्रतिमा की स्थापना के अलावा भगवान श्रीराम पर आधारित डिजिटल म्यूजियम, इण्टरप्रेटेशन सेन्टर, लाइब्रेरी, फूड प्लाॅजा, पार्किंग, लैण्डस्केपिंग एवं अन्य मूलभूत पर्यटक सुविधाओं का विकास शामिल है।अपर मुख्य सचिव पर्यटन ने कहा कि परियोजना स्थल के चयन हेतु अधिकारियों द्वारा स्थल भ्रमण किया गया है। उन्होंने इस परियोजना के लिए प्रस्तावित कार्य योजना तथा टाइम लाइन का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि परियोजना के सम्बन्ध में गुजरात में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ से सम्बन्धित अधिकारियों के साथ तकनीकी वार्ता व विचार-विमर्श किया जा चुका है।