आज गुरु पूर्णिमा है. आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पूरे देश में गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन आदिगुरु, महाभारत के रचयिता और चार वेदों के व्याख्याता महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था. उन्हीं के सम्मान में ही आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. जीवन में गुरु और शिक्षक के महत्व से आज की पीढ़ी को परिचित करवाने के लिए ये पर्व मनाया जाता है. गुरुजन कहते हैं कि व्यास पूर्णिमा या गुरु पूर्णिमा, अंधविश्वास के आधार पर नहीं बल्कि श्रद्धाभाव से मनाना चाहिए. शिरडी स्थित साईं दरबार में आज से तीन दिनों के उत्सव की शुरुआत होती है. इस मौके पर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं.