एक ओर भारतीय चिकित्सा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सरकार शोध से लेकर उपचार प्रक्रिया तक पर जोर दे रही है। वहीं आयुष दवाओं की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसलिए आयुष मंत्रालय अब विभिन्न राज्यों में आयुष दवाओं की गुणवत्ता को लेकर पैनी नजर बनाए हुए है। ताजा आंकड़ों की मानें तो करीब 23 राज्य ऐसे हैं, जहां पिछले चार वर्ष के दौरान दवाओं के सैंपल एकत्रित किए हैं। जांच के बाद सर्वाधिक पंजाब और दिल्ली में आयुर्वेदिक दवाएं तय मानकों पर खरी नहीं उतर रही हैं।