विधायक ने लगाया प्रेमजाल में फंसाने का आरोप
लखनऊ : बरेली के बिथरी चैनपुर से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल के बेटी साक्षी मिश्रा के दलित युवक अजितेश से प्रेम विवाह के मामले में अब कई अन्य लोगों ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अयोध्या तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने शनिवार को कहा कि जिन माता-पिता ने साक्षी को बोलना सिखाया। पढ़ाया-लिखाया, इस काबिल बनाया, उन्हें बिना बताए साक्षी ने इतना बड़ा कदम उठाया, वह गलत है। अजितेश साक्षी के भाई का दोस्त था और जिस तरह उसने उनकी ही बहन को प्रेम जाल में फंसाया, यह विश्वासघात है। ऐसे तो कोई किसी को अपने घर आने नहीं देगा। परमहंस दास ने अपील की है कि देश के युवा साक्षी और अजितेश के रास्ते पर न चलें क्योंकि ये भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। हमारी संस्कृति में यही कहा गया है कि बेटे व बेटी वही कदम उठाएं जिससे माता-पिता का गौरव बढ़े। परमहंस दास राम मंदिर के लिए आमरण अनशन करने को लेकर चर्चा में आए थे। वह राम मंदिर निर्माण को लेकर दो बार आमरण अनशन कर चुके हैं। वहीं लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने ट्वीट कर साक्षी के इस कदम का विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट किया कोई किसी से भी प्रेम करे, विवाह करे, उसका स्वतंत्र निर्णय है, उसे आजादी है। किन्तु उसे अर्जित करने के लिए अपने जनक को लोक के सामने अपमानित करने की कवायद गलत है। जीवनसाथी चुनिए किन्तु पिता को इस तरह सर-ए-आम…। मालिनी अवस्थी ने इतना लिखकर पोस्ट को अधूरा छोड़ दिया।
उधर बरेली के बिथरी चैनपुर से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल ने बेटी के पति को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है कि अजितेश ने उनकी बेटी साक्षी को प्रेमजाल में फंसाया है। अजितेश की पहले भी शादी हो चुकी है। उनसे साक्षी से पहली शादी की बात छुपाई है। भाजपा विधायक राजेश मिश्रा ने बताया कि वह बेटी साक्षी की शादी आईएएस अधिकारी से करना चाहते थे। इसके लिए वह लखनऊ भी आए थे। उनका कहना है कि अजितेश की अक्टूबर 2016 में सगाई हो चुकी है। सगाई में करीब सात लाख रुपये खर्च किये गये थे। दिसंबर में शादी होने वाली थी। विधायक का दावा है कि ज्यादा दहेज मांगने के चलते शादी तोड़ दी गई। वहीं, इस सगाई को टूटने पर अजितेश कहता था कि मां का देहांत होने के कारण उसका मन खराब हो गया। इस वजह से उसने इस रिश्ते को तोड़ दिया था। आरोप है कि अतिजेश ने बेटी को अपने प्रेमजाल में फंसाया है।
विधायक राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी ने चार जुलाई को प्रयागराज के राम जानकी मन्दिर में प्रेम विवाह करने का दावा किया था। बेटी ने आरोप लगाया कि उसके घर वाले इस शादी से बहुत नाराज है। पिता उसकी और उसके पति की हत्या करवा सकते हैं। साक्षी का कहना है ऐसा इसलिए क्योंकि उसने अपनी मर्जी से एक अनुसूचित जाति के युवक अजितेश कुमार के साथ भागकर शादी कर ली। साक्षी अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर बरेली पुलिस के पास भी गई। साक्षी का कहना है कि उसके पिता राजेश मिश्रा और उनके लोग दोनों के पीछे पड़े हैं और अजितेश के परिवार वालों को धमका रहे हैं। वहीं, पिता ने इस मामले में कहा कि वह जहां भी रहे खुश रहे। वह सिर्फ एक ही बात कह रहे है कि वह किसी का पीछा नहीं कर रहे। न ही उनसे या उनके किसी समर्थक से किसी को जान का खतरा है। विधायक राजेश मिश्रा ने अजितेश के अनुसूचित जाति होने के कारण विरोध का भी खण्डन किया है। उन्होंने कहा है कि अजितेश उनके घर खाना तक खाता था। ऐसे में ये आरोप निराधार हैं। बेटी सिर्फ सहानुभूति बटोरने के लिए इस तरह के आरोप लगा रही है।