कर्म के देवता शनि को समर्पित है शनिवार का दिन। इस दिन शनिदेव की विधि—विधान से पूजा करने पर शनि से संबंधित दोष दूर हो जाते हैं और उनकी कृपा बरसती है। हालांकि जीवन में शनि दोष से संबंधित आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए श्री हनुमान जी और पीपल की पूजा का भी विधान है। मान्यता है कि शनिदेव यदि प्रसन्न हो जाएं तो रंक को राजा बना देते हैं और वहीं अगर नाराज हो जाएं तो राजा को भिखारी बनाने में देर नहीं लगाते हैं। भारत में कई ऐसे शनि के मंदिर हैं, जहां दर्शन करने मात्र से ही शनि दोष दूर होता है और शनि कृपा प्राप्त होती है।