लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे केंद्रीय बजट के आधार पर अपने-अपने विभाग की कार्ययोजना तैयार करें। उन्होंने नोडल अधिकारियों को संबंधित जिलों में जाकर विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन करने का भी निर्देश जारी किया। मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार देर शाम एनेक्सी में शासन के सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिव के साथ बैठक करते हुए चार बिन्दुओं पर गंभीरता से काम करने के निर्देश दिए। योगी ने कहा कि हर विभाग के अधिकारी केंद्रीय बजट का अध्ययन करें और उसके आधार पर राज्य की जनता के बेहतरी के लिए अपने-अपने विभाग की कार्ययोजना तैयार करें। इस कार्ययोजना के साथ अपने विभाग के मंत्री को लेकर दिल्ली में केंद्रीय अधिकारियों के साथ बैठक करें। बैठकों के एजेंडे की एक प्रतिलिपि मुख्यमंत्री कार्यालय को भी मुहैया करवाने के निर्देश दिये गये ताकि जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री खुद केंद्रीय मंत्रियों व प्रधानमंत्री से उस समंबंध में बात कर सकें।
बैठक में दूसरे बिन्दु की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नोडल अधिकारियों को राज्य के जिन जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे अपने संबंधित जिले में समीक्षा बैठक के साथ-साथ भौतिक सत्यापन और निरीक्षण का कार्य भी गंभीरता से करें। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि इसे महज औपचारिकता न बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधित आई शिकायतों को लेकर आईजीआरएस पोर्टल और मुख्यमंत्री हेल्प लाइन की हर महीने समीक्षा करें। जब अधिकारी जनपदों के निरीक्षण पर जाएं तो मौक पर इन शिकायतों का निस्तारण भी सुनिश्चित करवायें। इसके अलावा योगी ने सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभाग के बजट की हर महीने समीक्षा करने को भी कहा। उन्होंने निर्देशित किया कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को लेकर सभी अधिकारी विभागीय व जनपद स्तर पर कार्ययोजना बनाएं, जिससे सूबे की अर्थव्यवस्था को बेहतर किया जा सके।