वाराणसी : वाराणसी परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी जोन) विजय सिंह मीणा और मंडलायुक्त (कमिश्नर) दीपक अग्रवाल ने सोमवार को अपरान्ह चौकाघाट स्थित जिला कारागार में छापेमारी की। अफसरों ने इस दौरान जेल की एक-एक बैरकों की तलाशी के साथ बंदियों का सामान भी खंगाल डाला। तलाशी के दौरान ही एक बंदी के बैग से बिना सिम का मोबाइल मिलने से जेल के अधिकारी सन्न रह गये। कड़ाई से पूछताछ के बाद बंदी का कहना था कि यह मोबाइल उसका नहीं है। किसी बंदी ने उसे फंसाने के लिए बैग में चुपके से मोबाइल रख दिया है।
जेल का निरीक्षण करने के बाद आईजी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में छापेमारी को रूटीन प्रक्रिया बताया। उन्होंने कहा कि बंदी के पास से मिले मोबाइल के आईएमआई नम्बर से इसके धारक का नाम पता करने के बाद उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच होगी। जेल में छापेमारी के दौरान कई बार मोबाइल मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि जेल की दीवारों के पीछे से भी मोबाइल फेंक दिया जाता है। इसमें जेल कर्मियों की संलिप्तता से जुड़े सवाल पर आईजी ने कहा कि जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा।
जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह, एसएसपी आनन्द कुलकर्णी की अगुवाई में बीते रविवार की रात भी शिवपुर स्थित केन्द्रीय कारागार में छापेमारी की गई थी। छापेमारी में वहां लगे दो सीसीटीवी कैमरे खराब मिले थे। केन्द्रीय कारागार में भी अफसरों ने सभी बैरकों की गहन छानबीन की थी।