सीवर की सफाई करते हुए मजदूरों की जान जाने की दुर्घटनाएं आम हो गई हैं. आंकड़े बताते हैं कि हर पांच दिन में एक मजदूर की जान सीवर साफ करने के दौरान चली जाती है. कई बार ऐसा हुआ है कि एक मजदूर पहले जहरीली गैस की चपेट में आता है फिर उसे बचाने के चक्कर में दूसरों की भी जान चली जाती है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, सीवर की सफाई के लिए एक रोबोट तैयार किया गया है. इसके आने से अब मजदूरों को सीवर में उतरने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. दिल्ली से सटे गुरुग्राम में इस तरह का एक रोबोट आ भी गया है.