कोलकाता : अमर स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबू जगजीवन राम को पुण्यतिथि के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने याद कर श्रद्धांजलि दी है। शनिवार सुबह सीएम ने इस बारे में ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि आज बाबू जगजीवन राम की पुण्यतिथि है। वह स्वतंत्रा सेनानी होने के साथ-साथ आम बजट पेश करने वाले पहले केंद्रीय मंत्री भी थे। मैं उन्हें प्रेमपूर्वक श्रद्धांजलि दे रही हूं।
पांच अप्रैल 1908 को जन्में जगजीवन राम भारत के प्रथम दलित उप-प्रधानमंत्री एवं राजनेता थे। 28 साल की उम्र में ही 1936 में उन्हें बिहार विधान परिषद् का सदस्य नामांकित कर दिया गया था। जब गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 के तहत 1937 में चुनाव हुए तो बाबूजी डिप्रेस्ड क्लास लीग के उम्मीदवार के रूप में निर्विरोध एमएलए चुने गए। अंग्रेज बिहार में अपनी पिट्ठू सरकार बनाने के प्रयास में थे। उनकी कोशिश थी कि जगजीवन राम को लालच देकर अपने साथ मिला लिया जाए। उन्हे मत्री पद और पैसे का लालच दिया गया, लेकिन जगजीवन राम ने अंग्रेजों का साथ देने से साफ इनकार कर दिया। उसके बाद ही बिहार में काग्रेस की सरकार बनी, जिसमें वह मत्री बने। 25 मार्च 1977 को कांग्रेस फॉर डेमोक्रेसी, जनता पार्टी में सम्मिलित कर ली गयी। जनवरी 1979 में जगजीवन राम भारत वर्ष के उपप्रधानमंत्री के रूप में घोषित किये गए। छः जुलाई 1986, को जगजीवन राम ने अपनी अंतिम श्वास ली।