जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कहा कि कांवड़ सीजन के दौरान लगने वाले भंडारों में प्लास्टिक वस्तुओं का उपयोग नहीं किया जाएगा। एसडीएम अनुमति देने से पहले आयोजकों से प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे, इसकी एनओसी अनिवार्य रूप से ले लें। इसमें किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए।
कलक्ट्रेट सभागार में कावंड़ यात्रा सीजन को लेकर अधिकारियों की बैठक हुई। इस मौके पर यात्रा को सकुशल संपादित करने के लिए जिलाधिकारी सी रविशंकर ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यात्रा से जुड़े 11 विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी देते हुए प्लान के मुताबिक कार्य करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि ऋषिकेश क्षेत्र कांवड़ यात्रा का केंद्र है।
यहां से डोईवाला, डाटकाली, आशारोड़ी, आइएसबीटी, मसूरी आदि इलाकों में पूरी व्यवस्था बनाई जाए। कांवड़ यात्रा पर आने वाले कांवड़िए को नियमों का सख्ती से पालन कराएं। पुलिस को हर बैरियर पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और पर्याप्त पुलिस फोर्स तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम ऋषिकेश को उनके क्षेत्र में साफ-सफाई की उचित व्यवस्था बनाए रखने, चिकित्सा विभाग के समन्वय से स्थायी और आवश्यकतानुसार विभिन्न प्वाइट पर मोबाइल टॉयलेट आदि की व्यवस्था के निर्देश दिए गए।
परिवहन विभाग को पुलिस के साथ समन्वय से यातायात प्रबंधन के निर्देश दिए। खासकर ओवरलोडिंग, ओवर स्पीडिंग, यात्रा के दौरान नशे का सेवन कर ड्राइविंग करने और हुड़दंग मचाने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। बैठक में एडीएम, एसडीएम समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इनका भी रखें ख्याल
जल संस्थान व पेयजल निगम को शुद्ध पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था रखने, विद्युत विभाग को यात्रा के प्वाइटस में झूलते तारों व विद्युत पोल का सुधारीकरण करने, वन विभाग को देहरादून-ऋषिकेश व ऋषिकेश-हरिद्वार रूट पर हाथी, चीता इत्यादि जानवरों की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा व जागरूकता प्लान बनाने के निर्देश दिए गए।