एक व्यक्ति को जिंदा बचाया गया, 60 गांव प्रभावित
मुंबई : महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश के कारण मुंबई शहर व उपनगरों समेत राज्य के कई जिलों में आसमानी आफत टूट पड़ी है। देर रात हुए तिवरे बांध हादसे में कुल 60 गांव प्रभावित हुए हैं| इस हादसे में अबतक 16 शव बरामद हो चुके है जबकि अब भी 10 लोग लापता है| बचाव दल के लोगों ने एक अधेड़ को जिंदा बचा लिया है| बरसाती आफत में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। शेष महाराष्ट्र में भी पिछले 24 घंटे में बारिश से संबंधित घटनाओं में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। रविवार से हो रही भारी बारिश के कारण मुंबई में रेल, वायु और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रनवे पर हुए जलजमाव को प्रशासन ने निकाल दिया है जिसके कारण विलम्ब से ही सही मगर सभी विमान सफलता से उड़ान भर सके | कई ट्रेनों और विमानों को रद्द भी करना पड़ा है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मुंबई में पांच से सात जुलाई तक भारी बरसात हो सकती है, जिससे बाढ़ आने का गंभीर खतरा है। रोजाना 200 मिलीमीटर या उससे अधिक बारिश होने की सम्भावना जताई गई है।
महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में स्थित तिवरे बांध मूसलाधार बारिश में ओवरफ्लो होने से मंगलवार की रात को अचानक टूट गया। इस बांध का निर्माण 2012 में हुआ था। बांध टूटने से कुल 60 गांव प्रभावित हुए हैं। प्रभावित इलाके में कुल 80 से ज्यादा घर हैं जिसमें से 12 घर भी बह गए हैं | एनडीआरएफ जवानों और स्थानीय राहतकर्मियों ने अब तक 16 लोगों के शव बरामद किए हैं, जबकि 10 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं। बचाव कर्मियों ने बांध क्षेत्र से 2 किलोमीटर दूरी पर बेहोशी की हालत में पाए गए एक व्यक्ति बालकृष्ण चव्हाण (55 वर्ष) को बचा लिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने रत्नागिरी कलेक्टर को बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि बांध टूटने की घटना की जांच एसआईटी करेगी। साथ ही सीएम फडणवीस ने राहत व पुनर्वास मंत्री गिरीश महाजन को भी स्थिति पर नजर बनाए रखने की हिदायत दी है।