मनोज भट्टाचार्य हत्याकांड : जेल से छूटे बदमाशों का खंगाल रहे डाटा
लखनऊ : आलमबग क्षेत्र के दुर्गापुरी में हुई व्यापारी मनोज भट्टाचार्य की हत्या का खुलासा करने के लिए एसएसपी ने पुलिस टीमें गठित की हैं। पुलिस टीमें हत्यारों का सुराग लगाने में जुट गयी है। पुलिस सूत्रों की माने तो कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गयी है। इसमें पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर वह आगे की जांच पड़ताल करने में जुटी है। एसएसपी ने गठित सभी टीमों को कई दिशा निर्देश दिए हैं। एसएसपी कलानिधी नैथानी ने बताया कि, मनोज भट्टाचार्य की हत्या का खुलासा करने के लिए टीमें गठित कर दी गयी हैं। सभी टीमों को अपनी-अपनी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
घटना के खुलासे के सम्बंध में सीओ आलमबाग को सह-नोडल अधिकारी बनाया गया है, जिसका पर्यवेक्षण एसपी पूर्वी करेंगे। वहीं सर्विलांस का काम सीओ गाजीपुर, इंस्पेक्टर कृष्णानगर, गोमतीनगर व प्रभारी सर्विलांस सेल को दिया गया है। इसका पर्यवेक्षण एसपी उत्तरी करेंगे। वहीं स्वाट टीम एवं एंटी डकैती सेल को कुख्यात अपराधियों के गिरोह और जेल से छूटे अपराधियों की गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए लगाया गया है। एसएसपी ने बताया कि जोन के जेलों से रिहा हुए आरोपियों के बारे में भी सूचना जुटाई जा रही है। इसके पर्यवेक्षण के लिए एसपी क्राइम को लगाया गया है। वहीं घटना के खुलासे के लिए स्वाट टीम के प्रभारी अंजनी कुमार, एंटी डकैती सेल समेत अन्य टीमें हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने में जुटी हैं।
सीसीटीवी फुटेज पर नजर, मुखबिर की मदद
एसएसपी ने बताया कि घटना स्थल के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। इसकी जिम्मेदारी इंस्पेक्टर अलीगंज को दी गयी है। इसके साथ ही इनको एनालिसिस व क्राइम सीन री-क्रिएट कराना व फॉरेंसिक एक्सपर्ट से पीएम रिपोर्ट के बारे में जानकारी करने के लिए लगाया गया है। इसका पर्यवेक्षण सीओ अलीगंज के द्वारा किया जा रहा है। वारदात के बाद पुलिस मुखबिरों के सहारे हत्यारों तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है। इंस्पेक्टर नाका व इंस्पेक्टर चौक को मुखबिरों से सूचना और रुपए का लेखा-जोखा समेत अन्य जानकारी जुटाये जाने के लिए लगाया गया है। इसके पर्यवेक्षण के लिए सीओ हजरतगंज को लगाया गया है।