भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल पत्रकारिता एवं संचार विश्वविध्यालय के पूर्व कुलपति ब्रजकिशोर कुठियाला के हरियाणा के पंचकूला स्थित दफ्तर पर शनिवार सुबह ईओडब्ल्यू की टीम ने दबिश दी, लेकिन कुठियाला नहीं मिले। आखिरकार टीम को बैरंग लौटना पड़ा। ईओडब्ल्यू डीजी केएन तिवारी ने बताया कि पूर्व कुलपति कुठियाला ईओडब्ल्यूके साथ लगातार धोखा कर रहे हैं। यदि कुठियाला का इसी तरह असहयोग भरा रवैया रहा और वे फरार रहे, हाजिर नहीं हुए तो अभियोजन के अनुसार ईओडब्ल्यू द्वारा कुठियाला के ऊपर सीआरपीसी की धारा 174 A और 175 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा, जिसमें कम से कम तीन साल की सजा का प्रावधान है। ईओडब्ल्यू का कहना है कि उनके पास कुठियाला के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।
इन सबूतों के आधार पर ही ईओडब्ल्यू की टीम ने शनिवार सुबह पंचकूला के सेक्टर -12 स्थित उनके घर पर दबिश दी। इसके बाद टीम सेक्टर-4 स्थित उनके दफ्तर पहुंची चूंकि पूर्व कुलपति हरियाणा हायर एजुकेशन काउंसिल के अध्यक्ष हैं। इस कारण उनका सेक्टर-4 में भी दफ्तर है। लेकिन कुठियाला यहां भी नहीं मिले। इस कारण ईओडब्ल्यू की टीम ने उनके पीए एवं स्टाफ से फ़रारी पंचनमा पर हस्ताक्षर कराए और फिर वह खाली हाथ लौट आई । ईओडब्ल्यू बताया कि गत 8 जून को हाजिर होने के लिए कुठियाला को नोटिस भेजा गया था, लेकिन कुठियाला ने ये कहकर कि उनके हाजिर होने का नोटिस 7 जून को मिला, जिस कारण उन्हें और मोहलत दी जाए। इस पर ईओडब्ल्यू ने तीन दिन की मोहलत का कुठियाला का आवेदन स्वीकार कर लिया था, फिर भी कुठियाला नहीं पहुंचे। इस कारण ईओडब्ल्यू ने अंतिम अवसर देते हुए कुठियाला को चेतावनी पत्र जारी किया था, जिसके जबाब में कुठियाला ने चंडीगढ़ के सिविल अस्पताल में भर्ती होने का पर्चा देकर ईओडब्ल्यू से 27 जून तक का समय मांगा और इसी बीच उन्होंने अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी पेश कर दी ।